खाटू श्याम कैसे जाएँ? - Khatu Shyam Kaise Jaye?

खाटू श्याम कैसे जाएँ? - Khatu Shyam Kaise Jaye? इसमें टैक्सी, बस, ट्रेन और हवाई जहाज से रींगस होते हुए खाटू श्याम जी जाने के बारे में जानकारी दी है।

Khatu Shyam Kaise Jaye


खाटूश्यामजी शहर जयपुर से लगभग 80 किमी और दिल्ली से लगभग 275 किमी की दूरी पर स्थित है। रींगस जंक्शन निकटतम रेलवे स्टेशन है, जो खाटू से लगभग 18 किलोमीटर दूर है।

यदि आप खाटूश्यामजी जाना चाहते हैं, तो आपको पहले आपको रींगस शहर आना होगा और फिर यहाँ से खाटूश्यामजी जाना पड़ेगा। बहुत से लोग रींगस से पैदल यात्रा करते हुए खाटू जाते हैं।

आप खाटूश्यामजी अपनी कार, बस, ट्रेन और हवाई जहाज से जा सकते हैं। अगर आप जयपुर या दिल्ली से अपनी कार या बस से आ रहे हैं तो आपको सबसे पहले रींगस आना होगा और यहाँ से खाटूश्यामजी जाना पड़ेगा। अगर आप ट्रेन से आ रहे हैं तो सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन भी रींगस जंक्शन ही है।

अगर आप हवाई जहाज से आ रहे हैं, तो आपको निकटतम हवाई अड्डे यानी जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक आना होगा, फिर यहाँ से आप ट्रेन, बस या टैक्सी से रींगस जा सकते हैं।

अब हम आपको बताते हैं कि रींगस से खाटू श्याम जी कैसे जाएँ?

अगर आपको खाटू श्याम जी जाना है तो आपको रींगस तो जाना ही पड़ेगा क्योंकि खाटू श्याम जी जाने का रास्ता रींगस होते हुए ही है। रींगस कस्बा रेल मार्ग और सड़क मार्ग दोनों से जुड़ा हुआ है। यह कस्बा जयपुर से सीकर जाने वाले नेशनल हाईवे नंबर 52 पर जयपुर से लगभग 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

खाटू श्यामजी कस्बे के सबसे पास रींगस रेलवे स्टेशन है। रींगस रेलवे स्टेशन, चारों दिशाओं के सभी बड़े कस्बों जैसे जयपुर, अजमेर, दिल्ली और सीकर से जुड़ा हुआ है। खाटूश्यामजी कस्बा रींगस से दांतारामगढ़ रूट पर है। रींगस से खाटू श्याम जी की दूरी लगभग 18 किलोमीटर है और यह स्टेट हाईवे से जुड़ा हुआ है।

रींगस से खाटू श्याम मंदिर जाने के लिए आपको सबसे पहले रींगस जंक्शन या रोडवेज बस स्टैंड से खाटू मोड़ पर आना होगा। दूरी ज्यादा ना होने की वजह से यहाँ तक आप ऑटो से या फिर पैदल भी आ सकते हैं। खाटू मोड़ से खाटू श्याम जी के मंदिर तक जाने के लिए काफी बड़ी संख्या में बस और टैक्सी उपलब्ध हैं।



लेखक (Writer)

रमेश शर्मा {एम फार्म, एमएससी (कंप्यूटर साइंस), पीजीडीसीए, एमए (इतिहास), सीएचएमएस}

डिस्क्लेमर (Disclaimer)

इस लेख में शैक्षिक उद्देश्य के लिए दी गई जानकारी विभिन्न ऑनलाइन एवं ऑफलाइन स्रोतों से ली गई है जिनकी सटीकता एवं विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। आलेख की जानकारी को पाठक महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।
रमेश शर्मा

मेरा नाम रमेश शर्मा है। मैं एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट हूँ। मेरी क्वालिफिकेशन M Pharm (Pharmaceutics), MSc (Computer Science), MA (History), PGDCA और CHMS है। मुझे ऐतिहासिक धरोहरों को करीब से देखना, इनके इतिहास के बारे में जानना और प्रकृति के करीब रहना बहुत पसंद है। मैं अक्सर किसी किले, महल, मंदिर, बावड़ी, छतरी, नदी, झरने, पहाड़, झील आदि के करीब चला जाता हूँ। मुझे अनजाने ऐतिहासिक तथ्यों की जानकारी देने के साथ ऐसी छोटी कविताएँ लिखने का भी शौक है जिनमें कुछ सन्देश छिपा हो। इसके अलावा, एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट होने के नाते मुझे डिजीज, मेडिसिन्स, लाइफस्टाइल और हेल्थकेयर आदि के बारे में भी जानकारी है। अपनी शिक्षा और शौक की वजह से जो कुछ भी मैं जानता हूँ, मैं उसकी जानकारी ब्लॉग आर्टिकल और वीडियो के माध्यम से सभी को देता रहता हूँ। आप ShriMadhopur.com ब्लॉग से जुड़कर मेरे आर्टिकल पढ़ सकते हैं, साथ ही सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर @ShriMadhopurWeb पर फॉलो भी कर सकते हैं।

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