जयपुर से खाटू श्याम जी कैसे जाएँ? - Jaipur Se Khatu Shyam Kaise Jaye?

जयपुर से खाटू श्याम जी कैसे जाएँ? - Jaipur Se Khatu Shyam Kaise Jaye? इसमें जयपुर से खाटू श्याम जी की दूरी के साथ जाने के बारे में जानकारी दी है।

Jaipur Se Khatu Shyam Kaise Jaye


जयपुर जंक्शन से खाटू श्याम जी की दूरी लगभग 80 किलोमीटर है। खाटू श्याम जी कस्बा सीकर जिले में आता है। यहाँ जाने के लिए आपको सबसे पहले रींगस जाना पड़ता है।

जयपुर से रींगस की दूरी लगभग 62 किलोमीटर और फिर रींगस से खाटू की दूरी लगभग 18 किलोमीटर है।

रींगस कस्बा नेशनल हाईवे नंबर 52 पर बसा हुआ है जो जयपुर से सीकर तक फोर लेन के रूप में है। इस कस्बे में रेलवे जंक्शन भी मौजूद है जो जयपुर, दिल्ली, अजमेर और सीकर से सीधा जुड़ा हुआ है।

जयपुर से रींगस तक आप बस और ट्रेन दोनों से जा सकते हैं। बस से जाने के लिए आपको नेशनल हाईवे नंबर 52 से जाना होगा। अगर आप ट्रैन से जाना चाहते हैं तो आपको जयपुर से रींगस के लिए जाने वाली कई ट्रेन मिल जाएगी।

सीकर, बीकानेर के अलावा दिल्ली जाने वाली कुछ ट्रेन रींगस होकर जाती हैं जिनमें बैठकर आप रींगस जा सकते हैं। रींगस से खाटू आपको सड़क मार्ग से ही जाना पड़ेगा।

खाटूश्यामजी कस्बा रींगस से दांतारामगढ़ रूट पर है। रींगस से खाटू श्याम जी की दूरी लगभग 18 किलोमीटर है और यह स्टेट हाईवे से जुड़ा हुआ है।

रींगस से खाटू श्याम मंदिर जाने के लिए आपको सबसे पहले रींगस जंक्शन या रोडवेज बस स्टैंड से खाटू मोड़ पर आना होगा। रींगस जंक्शन से खाटू मोड़ की दूरी ज्यादा नहीं है। आप यहाँ पर ऑटो से या फिर पैदल भी आ सकते हैं।

खाटू मोड़ से खाटू श्याम जी के मंदिर तक जाने के लिए काफी बड़ी संख्या में बस और टैक्सी उपलब्ध हैं।

लेखक (Writer)

रमेश शर्मा {एम फार्म, एमएससी (कंप्यूटर साइंस), पीजीडीसीए, एमए (इतिहास), सीएचएमएस}

डिस्क्लेमर (Disclaimer)

इस लेख में शैक्षिक उद्देश्य के लिए दी गई जानकारी विभिन्न ऑनलाइन एवं ऑफलाइन स्रोतों से ली गई है जिनकी सटीकता एवं विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। आलेख की जानकारी को पाठक महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।
रमेश शर्मा

मेरा नाम रमेश शर्मा है। मैं एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट हूँ। मेरी क्वालिफिकेशन M Pharm (Pharmaceutics), MSc (Computer Science), MA (History), PGDCA और CHMS है। मुझे पुरानी ऐतिहासिक धरोहरों को करीब से देखना, इनके इतिहास के बारे में जानना और प्रकृति के करीब रहना बहुत पसंद है। जब भी मुझे मौका मिलता है, मैं इनसे मिलने के लिए घर से निकल जाता हूँ। जिन धरोहरों को देखना मुझे पसंद है उनमें प्राचीन किले, महल, बावड़ियाँ, मंदिर, छतरियाँ, पहाड़, झील, नदियाँ आदि प्रमुख हैं। जिन धरोहरों को मैं देखता हूँ, उन्हें ब्लॉग और वीडियो के माध्यम से आप तक भी पहुँचाता हूँ ताकि आप भी मेरे अनुभव से थोड़ा बहुत लाभ उठा सकें। जैसा कि मैंने आपको बताया कि मैं एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट भी हूँ इसलिए मैं लोगों को वीडियो और ब्लॉग के माध्यम से स्वास्थ्य संबंधी उपयोगी जानकारियाँ भी देता रहता हूँ। आप ShriMadhopur.com ब्लॉग से जुड़कर ट्रैवल और हेल्थ से संबंधित मेरे लेख पढ़ सकते हैं।

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