अनोखी मछलियों और फोटोग्राफी के लिए प्रसिद्ध झील - Badi Lake and Bahubali Hills in Hindi

अनोखी मछलियों और फोटोग्राफी के लिए प्रसिद्ध झील - Badi Lake and Bahubali Hills in Hindi, इसमें उदयपुर की बड़ी झील और बाहुबली हिल्स की जानकारी दी गई है।

Badi Lake and Bahubali Hills in Hindi

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आज हम आपको एक ऐसी झील के बारे में बताने जा रहे हैं जो दुनिया की दूसरी और भारत की एकमात्र ऐसी कन्जर्वेशन रिजर्व साइट है जिसमें महाशीर मछलियों का संरक्षण होता है।

यहाँ पर मौजूद झील को 17वीं शताब्दी में एक महाराणा ने अपनी माता की याद में युद्ध और अकाल के समय पानी की जरूरत को पूरा करने के लिए बनवाया था।

इस जगह के आसपास इतनी ज्यादा घनी हरियाली और सुंदर पहाड़ियाँ मौजूद हैं कि यहाँ पर पूरे भारत से कपल प्री-वेडिंग शूट के लिए आते रहते हैं।

तो चलिए आज हम इस जगह को देखने के साथ-साथ इसके इतिहास के बारे में भी जानकारी लेते हैं। आइए शुरू करते हैं।

बड़ी झील और बाहुबली हिल्स की विशेषताएँ - Features of Badi Lake and Bahubali Hills


इस जगह को बड़ी झील या बड़ी का तालाब के नाम से जाना जाता है। पहाड़ों के बीच में बनी यह झील काफी खूबसूरत है।

यह झील पिकनिक डेस्टिनेशन होने के साथ-साथ एक ऐसी शानदार प्राकृतिक जगह है जहाँ पर आकर लोग शांति और सुकून पाते हैं।

32 फीट भराव क्षमता वाली यह झील 3.23 वर्ग किलोमीटर एरिया में फैली हुई है। झील की पाल की लंबाई 197.3 मीटर और चौड़ाई 18 मीटर है। पाल पर तीन कलात्मक छतरियाँ बनी हुई हैं।

पाल से झील में नीचे उतरने के लिए सीढ़ियाँ मौजूद है। इन सीढ़ियों के पास भी एक छतरी है जो झील के पूरा भरने पर पानी में डूब जाती है।

झील में पानी की आवक ऊबेश्वर महादेव की घाटी की तरफ से आने वाली मोरवानिया नदी के द्वारा होती है। जब झील पूरी भरकर छलक जाती है तब इसका पानी बड़ी गाँव से होकर नहर के जरिए फतहसागर झील में चला जाता है।

झील में विश्व प्रसिद्ध महाशीर मछलियाँ पाई जाती हैं। यह झील पूरे विश्व में महाशीर के लिए समर्पित दूसरा और भारत का एकमात्र संरक्षित क्षेत्र है जिसे महाशीर कन्जर्वेशन रिजर्व बनाया गया है।

राजस्थान सरकार ने साल 2023 में झील के आसपास के लगभग 206 हैक्टेयर एरिया को महाशीर कन्जर्वेशन रिजर्व घोषित करके मछलियों के शिकार पर पाबंदी लगा दी है।

झील के एक किनारे पर वन विभाग द्वारा संचालित ईको पार्क बना हुआ है। झील के मुख्य दरवाजे के पास सड़क के किनारे एक सुंदर तोरण द्वार मौजूद है।

इस झील और इसके आसपास कई फिल्मों की शूटिंग और प्री वेडिंग शूट होते रहते हैं। लोकल पब्लिक यहाँ पिकनिक मनाने के लिए आती रहती है।

झील के पास से सड़क पर थोड़ा आगे जाने पर बाहुबली हिल्स मौजूद हैं। ये पहाड़ियाँ अब काफी प्रसिद्ध हो गई हैं और पूरे देश से फोटोग्राफी और प्री-वेडिंग शूट के लिए टूरिस्ट यहाँ पर आते रहते हैं।

बाहुबली हिल्स की चोटी से बड़ी झील की अलग ही खूबसूरती नजर आती है। यहाँ से बड़ी झील के बीच मौजूद पहाड़ी काफी ज्यादा सुंदर लगती है।

बाहुबली हिल एक सनसेट पॉइंट के रूप में काफी प्रसिद्ध हो गई है। शाम के समय इस पहाड़ी पर से ढलते सूरज को देखना अपने आप में एक अनोखा अनुभव है।


पहाड़ी के सामने सज्जनगढ़ सेंचुरी और दोनों तरफ के ऊँचे पहाड़ एक अलग किस्म का रोमांच पैदा करते हैं। पहाड़ी पर हिंगलाज माता का छोटा मंदिर और धूणा बना है।

बाहुबली हिल्स पर जाने के लिए आपको पैदल चलकर जाना होगा मतलब थोड़ी ट्रैकिंग करनी होगी। ये ट्रैक ज्यादा मुश्किल नहीं है, कोई भी स्वस्थ व्यक्ति बड़ी आसानी से बाहुबली हिल की चोटी पर जा सकता है।

वैसे पहाड़ से आगे घूमकर जाने पर बाइक से ऊपर जाने का रास्ता भी मौजूद है लेकिन ये रास्ता ऊबड़-खाबड़ है। इधर से जाने के बजाय ट्रैकिंग करके जाना ज्यादा सही है।

बड़ी झील और बाहुबली हिल्स का इतिहास - History of Badi Lake and Bahubali Hills


अब हम बड़ी लेक के इतिहास के बारे में बात करते हैं। इस झील को महाराणा राज सिंह (1652–1680) ने अपनी माता जनादे की याद में बनवाया था।

झील का मूल नाम महाराणा राज सिंह की माता के नाम पर जनासागर या जयना सागर रखा गया जो बड़ी गाँव के पास में होने की वजह से समय के साथ बड़ी तालाब या बड़ी लेक हो गया।

झील के निर्माण में उस समय लगभग 6 लाख रुपए खर्च हुए थे। झील के निर्माण की शुरुआत 15 नवंबर 1664 में हुई और 31 जनवरी 1669 में यह बनकर तैयार हुई।

झील को बनाने के पीछे एक खास मकसद यह था कि युद्ध के समय में जब उदयपुर के लोग इस एरिया में आकर रहें तब उनके लिए पानी की आपूर्ति इस झील से हो।

बड़ी झील और बाहुबली हिल्स के पास घूमने की जगह - Places to visit near Badi Lake and Bahubali Hills


अगर बड़ी लेक के पास घूमने की जगह के बारे में बात करें तो आप सज्जनगढ़ महल और ऊबेश्वर महादेव मंदिर जैसी जगह देख सकते हैं।

बड़ी झील और बाहुबली हिल्स कैसे जाएँ? - How to reach Badi Lake and Bahubali Hills?


अब हम बात करते हैं कि बड़ी लेक कैसे जाएँ? बड़ी लेक उदयपुर के पास में है जिसकी उदयपुर रेलवे स्टेशन से दूरी लगभग 13 किलोमीटर है।

उदयपुर रेलवे स्टेशन से कार या बाइक से यहाँ पर जाया जा सकता है। आप गुलाब बाग रोड़ से जगदीश चौक, ब्रह्मपोल, रामपुरा चौक होते हुए बड़ी लेक जा सकते हैं।

इस रास्ते पर थोड़ा ट्रैफिक ज्यादा रहता है इसलिए आप पंचवटी, फतेहपुरा सर्किल से विधा भवन होते हुए बड़ी लेक जा सकते हैं।

बड़ी लेक से बाहुबली हिल्स पर जाने के लिए आपको लेक से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर पार्किंग पर अपना वाहन पार्क करके पैदल ऊपर जाना है।

अगर आप थोड़ी पथरीली सड़क पर बाइक चलाकर बाहुबली हिल के ऊपर जाना चाहते हैं तो आपको लेक से लगभग 4 किलोमीटर आगे पहाड़ी के चारों तरफ घूमकर दूसरी पार्किंग तक आना है।

यहाँ से आगे आप बाइक चलाकर ऊपर जा सकते हैं लेकिन ध्यान रखें कि आगे की चढ़ाई पर केवल पथरीली कच्ची सड़क है।

अगर आप उदयपुर घूमने गए हैं या फिर उदयपुर में ही वीकेंड पर अपनी फैमिली या फ्रेंड़स के साथ क्‍वालिटी टाइम बिताना चाहते हैं तो आपके लिए ये एक बेहतरीन जगह है।

आज के लिए बस इतना ही, उम्मीद है हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी। कमेन्ट करके अपनी राय जरूर बताएँ।

इस तरह की नई-नई जानकारियों के लिए हमारे साथ बने रहें। जल्दी ही फिर से मिलते हैं एक नई जानकारी के साथ, तब तक के लिए धन्यवाद, नमस्कार।

बड़ी लेक और बाहुबली हिल की मैप लोकेशन - Map location of Badi Lake and Bahubali Hills




बड़ी लेक और बाहुबली हिल का वीडियो - Video of Badi Lake and Bahubali Hills



लेखक (Writer)

रमेश शर्मा {एम फार्म, एमएससी (कंप्यूटर साइंस), पीजीडीसीए, एमए (इतिहास), सीएचएमएस}

डिस्क्लेमर (Disclaimer)

इस लेख में शैक्षिक उद्देश्य के लिए दी गई जानकारी विभिन्न ऑनलाइन एवं ऑफलाइन स्रोतों से ली गई है जिनकी सटीकता एवं विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। आलेख की जानकारी को पाठक महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।
रमेश शर्मा

नमस्ते! मेरा नाम रमेश शर्मा है। मैं एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट हूँ और मेरी शैक्षिक योग्यता में M Pharm (Pharmaceutics), MSc (Computer Science), MA (History), PGDCA और CHMS शामिल हैं। मुझे भारत की ऐतिहासिक धरोहरों और धार्मिक स्थलों को करीब से देखना, उनके पीछे छिपी कहानियों को जानना और प्रकृति की गोद में समय बिताना बेहद पसंद है। चाहे वह किला हो, महल, मंदिर, बावड़ी, छतरी, नदी, झरना, पहाड़ या झील – हर जगह मेरे लिए इतिहास और आस्था का अनमोल संगम है। इतिहास का विद्यार्थी होने की वजह से प्राचीन धरोहरों, स्थानीय संस्कृति और इतिहास के रहस्यों में मेरी गहरी रुचि है। मुझे खास आनंद तब आता है जब मैं कलियुग के देवता बाबा खाटू श्याम और उनकी पावन नगरी खाटू धाम से जुड़ी ज्ञानवर्धक और उपयोगी जानकारियाँ लोगों तक पहुँचा पाता हूँ। एक फार्मासिस्ट होने के नाते मुझे रोग, दवाइयाँ, जीवनशैली और हेल्थकेयर से संबंधित विषयों की भी अच्छी जानकारी है। अपनी शिक्षा और रुचियों से अर्जित ज्ञान को मैं ब्लॉग आर्टिकल्स और वीडियो के माध्यम से आप सभी तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 📩 किसी भी जानकारी या संपर्क के लिए आप मुझे यहाँ लिख सकते हैं: ramesh3460@gmail.com

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