घर पर कैसे करें केमिकल से पके आम की पहचान? - Identification of chemically ripened mangoes, इसमें केमिकल से पकाए गए आम की पहचान करने का तरीका बताया है।
फलों का राजा आम सभी का पसंदीदा फल होता है जिसे हर कोई किसी न किसी रूप में खाना चाहता है। बहुत से लोग आम कहना तो चाहते हैं लेकिन बाजार में केमिकल से पके आम मिलने की वजह से वो इसे नहीं खाते हैं।
अब बात आती है कि जब हम आम खरीदते हैं तो क्या कोई ऐसा तरीका भी होता है जिससे ये पता चल जाए कि ये आम केमिकल से पकाये गए हैं या प्राकृतिक रूप से पके हुए हैं।
हम आपको बताते हैं कि केमिकल से पके हुए आम को पहचानने के कुछ तरीके हैं जिन्हें आजमाकर आप ऐसे आम खाने से बच सकते हैं।
इन तरीकों में सबसे पहला और महत्वपूर्ण तरीका यह है कि आप बाजार से लाए हुए आम को एक पानी से भरी बाल्टी में डाल दो।
और चेक करो कि ये आम पानी में तैर रहें हैं या डूब गए। अगर ये आम पानी में तैरने लगे तो इसका मतलब इन्हें केमिकल से पकाया गया है और अगर ये पानी में पूरी तरह से डूब जाएँ तो इसका मतलब यह है कि ये केमिकल से नहीं पकाये गए हैं।
दूसरा तरीका है कि केमिकल से पके हुए आम का रंग दो तीन दिन में ही पीले से काला होने लग जाता है। साथ ही अगर आम पर हल्के हरेपन के साथ झुर्रियाँ हैं या आम पर हरे रंग के धब्बे हैं तो ये आम केमिकल से पकाया हुआ हो सकता है।
इसके अलावा अगर आम को काटने पर कहीं पका हुआ, कहीं कच्चा, कहीं लाल और कहीं हल्का पीला है तो आम केमिकल से पकाया हुआ हो सकता है। केमिकल से पके आम में बहुत कम रस होता है और इन्हें खाने से पेट में जलन हो सकती है।
लेखक (Writer)
रमेश शर्मा {एम फार्म, एमएससी (कंप्यूटर साइंस), पीजीडीसीए, एमए (इतिहास), सीएचएमएस}
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