दार्जिलिंग जैसे गोरम घाट का जोग मंडी वाटरफॉल - Goram Ghat, इसमें राजस्थान के कश्मीर और दार्जिलिंग कहे जाने वाले गोरम घाट और झरने की जानकारी दी गई है।
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उदयपुर से 150 किमी दूर मेवाड़ मारवाड़ की सरहद पर यानी राजसमंद पाली जिले की सीमा पर राजसमंद जिले में टॉडगढ़ रावली अभयारण्य के बीच पहाड़ों में गोरम घाट ऐसी जगह है जिसे राजस्थान का कश्मीर और दार्जिलिंग कहा जाता है।
बारिश के मौसम में घनी हरियाली के बीच ऊँची-ऊँची पहाड़ियों के बीच सफेदी बिखेरे हुए बादल और कलकल करता बहता झरना इस जगह की खूबसूरती में चार चाँद लगा देता है।
गोरम घाट जाने आने के लिए मीटर गेज पर चलने वाली ट्रेन ही एकमात्र साधन है। वैसे गोरम घाट में घूमने का असली मजा इस ट्रेन का सफर ही है।
अंग्रेजों के जमाने में सन् 1932 में बने सर्पिलाकार रेलवे ट्रैक पर जब ये ट्रेन 2 सुरंगों और 172 छोटे-बड़े पुलों से होकर गुजरती है तब इस जगह का प्राकृतिक सौन्दर्य अलग ही नजर आता है।
इस जगह का एक प्रमुख आकर्षण एक 300 फीट ऊँची पुलिया भी है जिस पर ट्रेन में बैठकर और पैदल चलकर जाने में पर्यटकों को बड़ा मजा आता है जबकि इस पुलिया पर चलना काफी रिस्की है और कई बार इस पर हादसे भी हो जाते हैं।
दरअसल मीटर गेज का ये ट्रैक मेवाड़ से मारवाड़ को रेल से जोड़ने के लिए बिछाया गया था जो अब मारवाड़ से कामली घाट तक ही रह गया है।
अब इस ट्रैक पर एक ट्रेन खामली (कामली) घाट से फुलाद रेलवे स्टेशन के बीच चलती है। गोरम घाट स्टेशन इस रूट के बीच में आता है। अगर आप गोरम घाट जाते हैं तो आपको ध्यान रखना होगा कि यहाँ पर घना जंगल है जिसमें रात में रुकने के लिए कोई जगह नहीं है।
गोरम घाट रेलवे स्टेशन से लगभग आधा किलोमीटर की दूरी पर एक 82 फीट ऊँचा झरना बहता है जिसे जोगमंडी वाटरफॉल कहते हैं।
झरने के आसपास कुछ कुंड बने हैं जिनमें नहाने का आनंद लिया जा सकता है। गोरम घाट का पानी बहता हुआ आखिर में 27 फीट भराव क्षमता वाले फुलाद डेम में चल जाता है।
झरने के पास थोड़ी ऊँचाई पर भोलेनाथ का मंदिर है। अगर आप ट्रैकिंग के शौकीन हैं तो गोरम घाट स्टेशन के पीछे पहाड़ पर ट्रैक करके गोरखनाथ मंदिर तक जा सकते हैं।
रेलवे ने गोरमघाट की खूबसूरत वादियों को देखने के लिए खामली घाट से फुलाद होते हुए मारवाड़ जंक्शन के बीच वैली क्वीन हैरिटेज रेलसेवा (Valley Queen Heritage Train) शुरू की है।
अब आप ट्रेन के अलावा कार या बाइक से भी गोरम घाट जोगमंडी झरने तक जा सकते हैं। इसके लिए वन विभाग ने वन पथ तैयार करवाया है। इसके लिए आप राजसमंद में काछबली से और पाली में फुलाद की तरफ से आ सकते हैं।
काछबली (Kachhbali) से इस झरने की पार्किंग तक जाने के लिए आपको सबसे पहले गोरम घाट ईको टूरिज्म साइट के गेट तक जाना होगा।
ये वन विभाग का चेक पॉइंट है जहाँ पर अंदर जाने के लिए वन विभाग से टिकट लेना पड़ता है। अंदर लगभग साढ़े चार किलोमीटर लंबे टेढ़े-मेढ़े रास्ते से होकर झरने तक जाना होता है।
अगर फुलाद से झरने की पार्किंग तक जा रहे हैं तो यहाँ पर भी आपको वन विभाग के चेक पॉइंट पर टिकट लेकर लगभग 4 किलोमीटर टेढ़े मेढ़े रास्ते को पार करना होगा।
गोरम घाट की लोकेशन - Location of Goram Ghat
गोरम घाट का वीडियो - Video of Goram Ghat
लेखक (Writer)
रमेश शर्मा {एम फार्म, एमएससी (कंप्यूटर साइंस), पीजीडीसीए, एमए (इतिहास), सीएचएमएस}
डिस्क्लेमर (Disclaimer)
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