रोल बॉल खिलाड़ी रिंकू सोनी - Roll Ball Player Rinku Soni in Hindi, इसमें श्रीमाधोपुर की प्रसिद्ध इंटरनेशनल रोल बॉल खिलाड़ी रिंकू सोनी की जानकारी है।
किसी कार्य को अगर सही वक्त पर सही ढंग से किया जाए तो सफलता निश्चित रूप से प्राप्त होती है। बहुत सी प्रतिभाएँ उचित अवसरों तथा साधनों के अभाव में दम तोड़ देती हैं और अगर इन प्रतिभाओं में लड़के की जगह लड़की हो तो अकसर उसकी प्रतिभा को घर के चूल्हे चौके तक ही सीमित कर दिया जाता है।
परन्तु जब लड़कियों को पूर्ण अवसर तथा साधन मिल जाते है तब वे दिखा देती है कि वे लड़कों से किसी भी प्रकार से कमतर नहीं है। ऐसा ही कुछ साबित किया है श्रीमाधोपुर निवासी रोल बॉल की अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी रिंकू सोनी ने।
रिंकू ने साबित कर दिया है कि अगर सही अभिरुचि को पहचानकर पूर्ण लगन तथा धैर्य के साथ प्रयास किए जाएँ तो सफलता निश्चित रूप से प्राप्त होती है।
अपने छोटे से करियर में रिंकू ने दो अंतरराष्ट्रीय तथा सात राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले लिया है। इन्होंने दोनों अन्तराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारतीय टीम को एक स्वर्ण तथा एक रजत पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
रिंकू के दादा मक्खनलाल सोनी श्रीमाधोपुर के जाने माने सर्राफा व्यवसायी हैं। इनके पिता का नाम निरंजन सोनी तथा माता का नाम मीना सोनी है।
रोल बॉल में इनकी रुचि वर्ष 2011 से हुई तथा इन्होंने इस खेल में बुलंदियों तक पहुँचने का लक्ष्य निर्धारित कर इस दिशा में प्रयास करना शुरू किया। इन्हें अपने प्रयास में परिवार का भी भरपूर साथ मिला।
इन्होंने वर्ष 2016 में इंटरनेशनल रोलबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से थाइलैंड के बैंकाक में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित थर्ड साउथ एशियन रोल बॉल चैम्पियनशिप में रजत पदक प्राप्त किया।
वर्ष 2017 के फरवरी माह में बांग्लादेश में आयोजित चौथे रोल बॉल वर्ल्डकप प्रतियोगिता में टीम की उप कप्तान के रूप में भारत को वर्ल्डकप जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस प्रतियोगिता के फाइनल मैच में भारत की टीम ने ईरान को 6-3 से शिकस्त दी जिसमें रिंकू ने दो गोल किए। इनकी इस सफलता पर इन्हें राज्यपाल भी सम्मानित कर चुके हैं।
वर्ष 2017 में रोल बॉल के वर्ल्ड कप और एशियन चैंपियनशिप के पदक विजेताओं को जयपुर में सम्मानित किया गया जिसमें रिंकू को रानी लक्ष्मीबाई अवार्ड, प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
आज रिंकू सीकर जिले की पहली अंतरराष्ट्रीय रोल बॉल खिलाड़ी बनकर ग्रामीण तथा कस्बाई लड़कियों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई हैं। अभी तो इनके करियर की शुरुआत है।
अभी इन्हें अपने करियर को उस मुकाम तक ले जाना है जहाँ ये सम्पूर्ण भारत की लड़कियों के लिए प्रेरणा स्रोत बन सके।
डिस्क्लेमर (Disclaimer)
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