खाटू श्याम के आज के शृंगार दर्शन - Khatu Shyam Darshan, इसमें श्री श्याम मंदिर सीकर राजस्थान से खाटू श्याम बाबा के अलंकृत शीश के आज के शृंगार दर्शन हैं।
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खाटू श्याम मंदिर राजस्थान की पावन भूमि स्थित बाबा श्री खाटू श्याम के मंदिर में तीन बाणधारी मोरवीनंदन वीर बर्बरीक के अलंकृत शीश के आज के अलौकिक दैनिक दर्शनों का आनंद लें।
श्याम बाबा की श्रंगारित मूर्ति और बागा पोशाक - Shyam Baba's decorated idol and Baga dress
बर्बरीक ने महाभारत के युद्ध के समय अपना शीश भगवान कृष्ण को दान कर दिया था इसलिए खाटू श्याम मंदिर में श्याम बाबा के केवल शीश का ही शृंगार और पूजा होती है।
श्याम बाबा की मूर्ति के शीश के नीचे का हिस्सा यानी धड़, चन्दन की लकड़ी का बना हुआ है जो हमेशा पोशाक से ढका रहता है। इस पोशाक को बागा कहते हैं।
ये धड़ हमेशा अंदरूनी और बाहरी बागा से शृंगारित रहता है। बागा पोशाक की चौड़ाई लगभग एक मीटर और लम्बाई नौ दस हाथ तक होती है।
बाबा श्याम का अंदरूनी बागा वर्ष में केवल एक बार बसंत पंचमी के दिन बदला जाता है जबकि बाहरी बागा रोज बदला जाता है।
श्याम बाबा के चन्दन के धड़ के ऊपर शालीग्राम देवता का शिला विग्रह है। ऐसे विग्रह बहुत कम जगह पर देखने को मिलते हैं।
इस शालग्राम शिला में आँखें, नाक, कान आदि स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं। मस्तक पर मुकुट सुशोभित है। यह दिव्य मूर्ति श्याम बाबा के प्रौढ़ रूप के दर्शन कराती है।
खाटू श्याम का इतिहास - History of Khatu Shyam
खाटू श्याम का इतिहास महाभारत काल से जुड़ा हुआ है। खाटू श्याम का नाम बर्बरीक था। बर्बरीक के पिता का नाम घटोत्कच और माता का नाम मोर्वी या कामकंटकटा था। ये राक्षस कुल में पैदा हुए थे।
पाण्डु पुत्र भीम के पोते होने की वजह से ये पांडव कुल से सम्बन्ध रखते थे। इन्होंने देवियों की तपस्या करके तीन चमत्कारी बाण प्राप्त किये थे।
इन्होंने महाभारत के युद्ध में भगवान कृष्ण को अपने शीश का दान दे दिया और शीश के दानी कहलाये।
भगवान कृष्ण ने इन्हें कलियुग में श्याम नाम से पूजे जाने और हारे के सहारे बनने का वरदान दिया। बर्बरीक का शीश खाटू में विराजित होने की वजह से ये खाटू श्याम कहलाये।
खाटू श्याम के मंत्र - Mantras of Khatu Shyam
श्याम बाबा के नाम के साथ इनके कुछ ऐसे चमत्कारी मंत्र हैं जिनका निरंतर जाप करने से जीवन में खुशहाली, सफलता और मन की सभी मुरादें पूरी होती हैं।
इन मंत्रों को श्याम मंत्र के नाम से जाना जाता है। इनका निरंतर जाप करने से बिगड़े काम बनने लगते हैं और श्याम बाबा की कृपा होने लगती है।
1. ॐ श्री श्याम देवाय नमः
2. ॐ मोर्वये नमः
3. ॐ मोर्वी नंदनाय नमः
4. ॐ शीशदानेश्वराय नमः
5. ॐ खाटूनाथाय नमः
6. ॐ सुहृदयाय नमो नमः
7. ॐ महाधनुर्धर वीर बर्बरीकाय नमः
8. ॐ श्याम शरणम् ममः
9. ॐ श्याम देवाय बर्बरीकाय हरये परमात्मने, प्रणतः क्लेशनाशाय सुहृदयाय नमो नमः
10. ॐ मोर्वी नन्दनाय विद्महे श्याम देवाय धीमहि तन्नो बर्बरीक प्रचोदयात
खाटू श्याम में क्या प्रसाद चढ़ता है? - What Prasad is offered at Khatu Shyam?
खाटू श्याम मंदिर में श्याम बाबा के गाय का कच्चा दूध, पंचमेवा, मावे के पेड़े सहित खीर चूरमे का प्रसाद चढ़ता है।
वैसे श्याम बाबा को गाय का कच्चा दूध सबसे अधिक पसंद है। जब बाबा श्याम का शीश श्याम कुंड वाली जगह पर जमीन में दबा हुआ था तब श्याम बाबा ने गाय के कच्चे दूध को सबसे पहले स्वीकार किया था।
अब श्रद्धालु गण अपनी सुविधा के अनुसार मावे के पेड़ों के साथ पंचमेवा प्रसाद को भी काम में लेते हैं। पंचमेवा प्रसाद कई दिनों तक खराब नहीं होने की वजह से काफी ज्यादा काम में आता है।
खाटू श्याम जी के त्योहार - Festivals of Khatu Shyam Ji
खाटू श्याम जी में श्याम जन्मोत्सव, फागोत्सव, रथयात्रा और हर महीने में शुक्ल पक्ष की एकादशी और द्वादशी के दिन त्योहार के रूप में मनाये जाते हैं।
श्याम जन्मोत्सव यानी श्याम बाबा का जन्मदिन हर साल कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की देव उठनी एकादशी को मनाया जाता है।
फागोत्सव यानी फाल्गुन लक्खी मेला श्याम बाबा का सबसे बड़ा त्योहार है। फाल्गुन सुदी एकादशी को बाबा श्याम का शीश प्रकट हुआ था इसलिए मेले का आयोजन फाल्गुन महीने की नवमी से बारस तक किया जाता है।
फाल्गुन की शुक्ल पक्ष की एकादशी को बाबा श्याम रथ में बैठकर नगर में भ्रमण पर निकलते हैं जिसे रथयात्रा कहा जाता है।
खाटू श्याम मंदिर फोन नंबर - Khatu Shyam Temple Phone Number
खाटूश्यामजी मंदिर का मैनेजमेंट श्री श्याम मंदिर कमेटी द्वारा किया जाता है। आप श्री श्याम मंदिर कमेटी से 01576-231182, 01576-231482 पर संपर्क कर सकते हैं।
संपर्क पता - खाटू श्याम मंदिर, खाटूश्यामजी, सीकर, राजस्थान, 332602
खाटू श्याम मंदिर दर्शन का समय - Khatu Shyam Temple Darshan Timings
अभी तक श्याम बाबा के दर्शन 24 घंटे चालू थे यानी कोई भी श्याम भक्त दिन में या रात में कभी भी अपने आराध्य के दर्शन कर सकता था लेकिन अब इसमें थोड़ा बदलाव किया गया है।
खाटू श्याम मंदिर आरती का समय - Khatu Shyam Temple Aarti Timings
मंगला आरती : प्रातः 4:30 (गर्मी), प्रातः 5:30 (सर्दी)
शृंगार आरती : प्रातः 7:00 (गर्मी), प्रातः 8:00 (सर्दी)
राजभोग आरती : दोपहर 12:30 (गर्मी), दोपहर 12:30 (सर्दी)
संध्या आरती : शाम 7:30 (गर्मी), शाम 6:30 (सर्दी)
शयन आरती : रात्रि 10:00 (गर्मी), रात्रि 9:00 (सर्दी)
खाटू श्याम दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग - Online booking for Khatu Shyam Darshan
खाटू श्याम मंदिर में दर्शन के लिए 16 लाइन बनाई गई है जिसमें से पहली लाइन दिव्यांगों, बुजुर्गों और तत्काल दर्शन करने वालों के लिए रिजर्व की गई है। श्याम बाबा के तत्काल दर्शन करने वालों को ऑनलाइन टिकट बुक करना होगा।
इसके लिए मंदिर कमेटी कुछ चार्ज रख सकती है। इन श्रद्धालुओं को प्रसाद का पैकेट भी दिया जायेगा। बुकिंग से मिलने वाला पैसा खाटू में विकास कार्यों पर खर्च होगा।
ऑनलाइन टिकट बुकिंग का सिस्टम मंदिर कमिटी ने अभी डवलप नहीं किया है यानी अभी ऑनलाइन बुकिंग नहीं हो रही है।
खाटू श्याम मंदिर विशेष सूचना - Khatu Shyam Temple Special Notice
1. खाटू श्याम के दर्शन शुक्ल पक्ष की एकादशी और द्वादशी को छोड़कर प्रत्येक सोमवार से शुक्रवार दोपहर 1 से 4 बजे तक बंद रहेंगे। शुक्ल पक्ष की प्रत्येक ग्यारस (एकादशी), बारस (द्वादशी), शनिवार, रविवार और सभी सार्वजनिक अवकाशों पर मंदिर 24 घंटे खुला रहेगा।
2. सभी श्रद्धालुओं को इस बात का ध्यान रखना है कि अब खाटू श्याम मंदिर में प्रसाद चढ़ाना और फूल, इत्र, माला ले जाना पूरी तरह से वर्जित कर दिया गया है। इसलिये अब किसी भी श्रद्धालु को मंदिर में चीजें नहीं ले जानी चाहिए।
3. खाटूश्यामजी कस्बा नो पार्किंग जोन है यानी आप कस्बे में नियत स्थान पर पार्किंग के अलावा और किसी जगह पर अपने वाहन पार्क नहीं कर सकते हैं।
अगर आपने अपने वाहन को नो पार्किंग जोन में पार्क किया तो प्रशासन आपके वाहन को उठा कर ले जाएगा और कम से कम 500 रूपए का जुर्माना वसूलकर ही छोड़ा जाएगा।
खाटूश्यामजी में तोरण द्वार के पास सरकारी पार्किंग बनी हुई है। इस सरकारी पार्किंग के अलावा जगह- जगह पर प्राइवेट पार्किंग बानी हुई है जहाँ पर श्रद्धालु अपने वाहन पार्क कर सकते हैं।
खाटू श्याम जी के रहस्य - Secrets of Khatu Shyam Ji
खाटू श्याम जी का मंदिर बड़ा प्राचीन है। इस मंदिर में श्याम बाबा का शीश पूजा जाता है। सभी श्रद्धालुओं के मन में श्याम बाबा यानी बर्बरीक के शीश के साथ-साथ मंदिर से सम्बंधित कई जिज्ञासा पैदा करने वाले सवाल होते हैं।
खाटू श्याम जी के रहस्य नामक इस टॉपिक में खाटू श्यामजी से जुड़े हुए उन सभी अनजाने पहलुओं के बारे में बताने की कोशिश की गई है जिनकी जानकारी सभी श्रद्धालुओं को होनी चाहिए।
खाटू श्याम जी कौन से भगवान है? - Which God is there in Khatu Shyam Ji?
खाटू श्याम मंदिर में बर्बरीक के शीश को पूजा जाता है। बर्बरीक ने महाभारत के युद्ध में कृष्ण को अपने शीश का दान देने पर भगवान कृष्ण ने बर्बरीक को कलयुग में अपने श्याम नाम से पूजे जाने का वरदान दिया था।
खाटू श्याम मंदिर में बर्बरीक के शीश में भगवान कृष्ण विराजमान है। यहाँ पर भगवान कृष्ण की पूजा बर्बरीक के शीश के रूप में की जाती है।
श्याम बाबा के दूसरे नाम क्या है? - What are the other names of Shyam Baba?
बर्बरीक, मोर्वीनंदन, श्याम बाबा, खाटू नरेश, खाटू वाले श्याम, श्याम धणी, लखदातार, हारे का सहारा, दीनो के नाथ, तीन बाण धारी, मोरछड़ी वाला, शीश के दानी, कलियुग के अवतार, लीले (नीले) के असवार
क्या खाटू श्याम इच्छाएँ पूरी करता है? - Does Khatu Shyam fulfill wishes?
खाटू श्याम बड़े चमत्कारी हैं. बर्बरीक, भगवान कृष्ण के आशीर्वाद से ही खाटू श्याम बने थे. भगवान कृष्ण ने बर्बरीक को आशीर्वाद देते हुए कहा था कि जो भी सच्चे मन से श्याम नाम लेगा उसकी सभी मनोकामनाएँ पूरी हो जाएगी।
खाटू श्याम कलयुग के भगवान हैं इसलिए इनके नाम में ही इतनी अधिक ताकत है कि ये रंक को राजा बना सकते हैं। ये हारे के सहारे बनकर भक्तों के सभी कष्ट दूर कर देते हैं।
क्या खाटू श्याम की शादी हो चुकी है? - Is Khatu Shyam married?
खाटू श्याम जी यानी वीर बर्बरीक ने कभी शादी नहीं की थी क्योंकि इन्होंने बचपन से ही ब्रह्मचर्य व्रत धारण कर रखा था।
इसलिए जब नाग कन्याओं ने बर्बरीक के सामने विवाह का प्रस्ताव रखा तब बर्बरीक ने उनके विवाह के प्रस्ताव को ठुकराते हुए अपने ब्रह्मचर्य व्रत के बारे में बताया।
खाटू श्याम जी को प्रसन्न करने के लिए क्या करना चाहिए? - What should be done to please Khatu Shyam Ji?
खाटू श्याम जी को प्रसन्न करने के लिए अपने घर पर नियमित रूप से बाबा श्याम की पूजा करनी चाहिए। श्याम बाबा की पूजा के लिए सुबह नहा धोकर श्याम बाबा की आरती करनी चाहिए।
नियमित रूप से श्याम बाबा की स्तुति करने पर धीरे-धीरे भक्त और भगवान का संबंध घनिष्ठ होने लगता है। समय के साथ ये संबंध इतना अधिक मजबूत हो जाता है कि भक्त की हर पुकार अपने आराध्य तक जरूर पहुँचती है।
खाटू श्याम मंदिर कैसे जाएँ? - How to go to Khatu Shyam Temple?
सीकर जिले में स्थित खाटूश्यामजी कस्बा जयपुर से लगभग 80 किलोमीटर और दिल्ली से लगभग 275 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
रींगस जंक्शन निकटवर्ती रेलवे स्टेशन है जिसकी खाटू से दूरी लगभग 17 किलोमीटर है। खाटू जाने के लिए आपको रींगस होते हुए जाना होगा. बहुत से श्रद्धालु रींगस से खाटू मंदिर तक पैदल जाते हैं।
खाटू श्याम टेम्पल मैप लोकेशन - Map Location of Khatu Shyam Mandir
खाटू श्याम मंदिर का वीडियो - Video of Khatu Shyam Mandir
लेखक (Writer)
रमेश शर्मा {एम फार्म, एमएससी (कंप्यूटर साइंस), पीजीडीसीए, एमए (इतिहास), सीएचएमएस}
डिस्क्लेमर (Disclaimer)
इस लेख में शैक्षिक उद्देश्य के लिए दी गई जानकारी विभिन्न ऑनलाइन एवं ऑफलाइन स्रोतों से ली गई है जिनकी सटीकता एवं विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। आलेख की जानकारी को पाठक महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।
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Khatu-Shyam