इस तालाब की नकल है जयसमंद झील की पाल - Purohit Ji Ka Talab Udaipur

इस तालाब की नकल है जयसमंद झील की पाल - Purohit Ji Ka Talab Udaipur, इसमें उदयपुर के प्रसिद्ध पुरोहितों के तालाब के बारे में जानकारी दी गई है।

Purohit Ji Ka Talab Udaipur

उदयपुर के अंबेरी एरिया में तीन तरफ से अरावली की घनी पहाड़ियों से घिरे पुरोहितों के तालाब के एक तरफ मजबूत पाल बनी हुई है। तालाब की पाल पर पाँच छतरियाँ और दो हाथी बने हैं। तालाब के पानी तक नीचे जाने के लिए सीढ़ियाँ बनी है।

तालाब में पूरे साल पानी भरा रहता है, साथ ही इसमें खास तरह की मछलियाँ मौजूद हैं। ये मछलियाँ संरक्षित है और इनका शिकार करना प्रतिबंधित है।

तालाब की पाल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पाल जयसमंद झील की पाल जैसी बनी हुई है जिस वजह से इसे मिनी जयसमंद भी कहा जाता है।

वैसे आपको बता दें कि यह पाल जयसमंद झील की पाल की नकल नहीं है बल्कि जयसमंद झील की पाल इसकी नकल है। इसका कारण यह है कि पुरोहितों के तालाब की पाल, जयसमंद झील की पाल से लगभग 200 साल पुरानी है।

पाल पर एक छोटा बगीचा बना हुआ है जिसमें काफी हरियाली है। इस जगह पर ज्यादातर पर्यटक फोटोग्राफी करते नजर आ जाते हैं। तालाब की पाल पर प्री वेडिंग फोटोशूट भी होते रहते हैं।

पुरोहितों का तालाब पाँच सौ साल से भी ज्यादा पुराना है जिसका निर्माण महाराणा कुंभा के पुत्र रायमल के शासनकाल में हुआ था।

इस तालाब का निर्माण महाराणा रायमल के राजपुरोहित किशनाजी ने इससे कुछ दूरी पर मौजूद नीलकंठ महादेव मंदिर में होने वाले धार्मिक कार्यों के लिए पानी की जरूरत को पूरा करने के लिए करवाया था।



लेखक (Writer)

रमेश शर्मा {एम फार्म, एमएससी (कंप्यूटर साइंस), पीजीडीसीए, एमए (इतिहास), सीएचएमएस}

डिस्क्लेमर (Disclaimer)

इस लेख में शैक्षिक उद्देश्य के लिए दी गई जानकारी विभिन्न ऑनलाइन एवं ऑफलाइन स्रोतों से ली गई है जिनकी सटीकता एवं विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। आलेख की जानकारी को पाठक महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।
रमेश शर्मा

मेरा नाम रमेश शर्मा है। मैं एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट हूँ। मेरी क्वालिफिकेशन M Pharm (Pharmaceutics), MSc (Computer Science), MA (History), PGDCA और CHMS है। मुझे पुरानी ऐतिहासिक धरोहरों को करीब से देखना, इनके इतिहास के बारे में जानना और प्रकृति के करीब रहना बहुत पसंद है। जब भी मुझे मौका मिलता है, मैं इनसे मिलने के लिए घर से निकल जाता हूँ। जिन धरोहरों को देखना मुझे पसंद है उनमें प्राचीन किले, महल, बावड़ियाँ, मंदिर, छतरियाँ, पहाड़, झील, नदियाँ आदि प्रमुख हैं। जिन धरोहरों को मैं देखता हूँ, उन्हें ब्लॉग और वीडियो के माध्यम से आप तक भी पहुँचाता हूँ ताकि आप भी मेरे अनुभव से थोड़ा बहुत लाभ उठा सकें। जैसा कि मैंने आपको बताया कि मैं एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट भी हूँ इसलिए मैं लोगों को वीडियो और ब्लॉग के माध्यम से स्वास्थ्य संबंधी उपयोगी जानकारियाँ भी देता रहता हूँ। आप ShriMadhopur.com ब्लॉग से जुड़कर ट्रैवल और हेल्थ से संबंधित मेरे लेख पढ़ सकते हैं।

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