सलूम्बर का ऐतिहासिक सेरिंग तालाब - Sering Talab Salumber

सलूम्बर का ऐतिहासिक सेरिंग तालाब  - Sering Talab Salumber, इसमें हाड़ी रानी की नगरी सलूम्बर के ऐतिहासिक सेरिंग तालाब के बारे में जानकारी दी गई है।

Sering Talab Salumber

आपने देखा होगा कि ज्यादातर महल किसी न किसी झील या तालाब के किनारे पर बने होते हैं जिसका मुख्य कारण महल के लिए पेयजल की आसानी से उपलब्धता के साथ प्राकृतिक सुंदरता रही है।

ऐसा ही एक तालाब सलूम्बर में हाड़ी रानी के महल के पीछे की तरफ बना हुआ है जिसे सेरिंग तालाब के नाम से जाना जाता है।

यह तालाब काफी लंबे चौड़े एरिया में फैला हुआ है और देखने में काफी सुंदर है। तालाब के पास में ऐतिहासिक पाल दरवाजा बना हुआ है।

इस तालाब के बीच में जल मंदिर बना हुआ है। यह जल मंदिर एक जैन मंदिर है जो जैन धर्म के एक प्रमुख तीर्थंकर को समर्पित है। मंदिर में इनकी सफेद पत्थर की प्रतिमा लगी है।

रावत पदमसिंह के काल यानी सन् 1804 से 1848 के बीच में इस तालाब की पाल का जीर्णोद्धार करके इसे पक्का बनाया गया था। तालाब के पास में एक बगीचा बना हुआ है जिसमें सघन हरियाली है।

तालाब में कमल ही कमल लगे हुए हैं क्योंकि सालों से इसमें कमल की खेती होती है। कमल एक बहुउपयोगी जलीय पौधा होता है जिसके फूल और फल के साथ जड़े भी काफी काम की होती हैं।

कमल के फूल भगवान के शृंगार में काम आते हैं। इसकी जड़ें और कमलगट्टे से कई तरह के व्यंजन, सब्जियाँ और दवाइयाँ बनाई जाती हैं। इस तालाब से कमल के फूल श्रीनाथजी और एकलिंगजी सहित कई मंदिरों में जाते हैं।



लेखक (Writer)

रमेश शर्मा {एम फार्म, एमएससी (कंप्यूटर साइंस), पीजीडीसीए, एमए (इतिहास), सीएचएमएस}

डिस्क्लेमर (Disclaimer)

इस लेख में शैक्षिक उद्देश्य के लिए दी गई जानकारी विभिन्न ऑनलाइन एवं ऑफलाइन स्रोतों से ली गई है जिनकी सटीकता एवं विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। आलेख की जानकारी को पाठक महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।
रमेश शर्मा

मेरा नाम रमेश शर्मा है। मैं एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट हूँ। मेरी क्वालिफिकेशन M Pharm (Pharmaceutics), MSc (Computer Science), MA (History), PGDCA और CHMS है। मुझे पुरानी ऐतिहासिक धरोहरों को करीब से देखना, इनके इतिहास के बारे में जानना और प्रकृति के करीब रहना बहुत पसंद है। जब भी मुझे मौका मिलता है, मैं इनसे मिलने के लिए घर से निकल जाता हूँ। जिन धरोहरों को देखना मुझे पसंद है उनमें प्राचीन किले, महल, बावड़ियाँ, मंदिर, छतरियाँ, पहाड़, झील, नदियाँ आदि प्रमुख हैं। जिन धरोहरों को मैं देखता हूँ, उन्हें ब्लॉग और वीडियो के माध्यम से आप तक भी पहुँचाता हूँ ताकि आप भी मेरे अनुभव से थोड़ा बहुत लाभ उठा सकें। जैसा कि मैंने आपको बताया कि मैं एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट भी हूँ इसलिए मैं लोगों को वीडियो और ब्लॉग के माध्यम से स्वास्थ्य संबंधी उपयोगी जानकारियाँ भी देता रहता हूँ। आप ShriMadhopur.com ब्लॉग से जुड़कर ट्रैवल और हेल्थ से संबंधित मेरे लेख पढ़ सकते हैं।

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