सीकर जिले का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन - Shrimadhopur Railway Station

Shrimadhopur Railway Station, इसमें सीकर जिले के सबसे पुराने रेलवे स्टेशन, श्रीमाधोपुर रेलवे स्टेशन, के शुरुआती दौर से आधुनिक स्वरूप तक की जानकारी है।

Shrimadhopur Railway Station

श्रीमाधोपुर रेलवे स्टेशन, सीकर ज़िले का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन है, जहाँ 13 जुलाई 1907 को आज़ादी से पहले पहली बार भाप के इंजन से चलने वाली रेलगाड़ी रुकी थी। उसी वर्ष बनी फुलेरा-रेवाड़ी रेल लाइन से यह कस्बा देश की मुख्य धारा से जुड़ा और समय के साथ नगर के विकास की रफ्तार भी तेज़ होती चली गई।

स्थापना और योगदान


रेलवे स्टेशन की स्थापना के लिए भूमि दान का श्रेय कस्बे के मानपुरिया परिवार को जाता है। इस योगदान की याद में श्रीमाधोपुर से रींगस की ओर पहला रेलवे फाटक लंबे समय तक मानपुरिया फाटक के नाम से जाना जाता रहा। आज भले ही वहां पारंपरिक फाटक न हो, लेकिन उसकी जगह आधुनिक रेलवे अंडरपास और ओवरब्रिज ने ले ली है।

शुरुआती दौर


रेल सेवा के प्रारंभिक वर्षों में ट्रेन आधी मालगाड़ी और आधी सवारी गाड़ी के रूप में चलती थी। किराया भी नाममात्र का हुआ करता था। भाप के इंजन से शुरू हुई यह यात्रा धीरे-धीरे डीज़ल इंजन तक पहुंची और 27 जुलाई 2020 से स्टेशन पर विद्युत इंजन (इलेक्ट्रिक ट्रेन) का संचालन भी शुरू हो गया।

आधुनिक स्वरूप


आज श्रीमाधोपुर रेलवे स्टेशन का नया भवन और भव्य प्लेटफार्म यात्रियों का स्वागत करता है। इसके बावजूद, विडंबना यह है कि बड़ी ट्रेनों का ठहराव यहां सीमित है और स्थानीय लोग प्रमुख गाड़ियों के स्टॉपेज की मांग लगातार करते आ रहे हैं।

महत्वपूर्ण पड़ाव


👉 13 जुलाई 1907 – पहली भाप इंजन रेलगाड़ी श्रीमाधोपुर पहुंची।
👉 2009 – स्टेशन ब्रॉडगेज लाइन से बड़े शहरों से जुड़ा।
👉 15 अगस्त 2018 – पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर बने न्यू श्रीमाधोपुर रेलवे स्टेशन का उद्घाटन हुआ।
👉 27 जुलाई 2020 – इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन सेवा की शुरुआत।

एशिया के पहले फ्रेट कॉरिडोर से जुड़ाव


श्रीमाधोपुर की पहचान अब एशिया के पहले और सबसे बड़े रेल प्रोजेक्ट से भी है। दिल्ली-मुंबई फ्रंट कॉरिडोर (डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर) इस कस्बे से होकर गुजरता है। इसके अंतर्गत न्यू श्रीमाधोपुर स्टेशन मालवहन के लिए अहम केंद्र बन चुका है।

वर्तमान स्थिति और चुनौतियाँ


हालाँकि स्टेशन पर सामान्य टिकट और आरक्षण की केवल एक ही खिड़की है, जिससे यात्रियों को असुविधा होती है। वहीं, बड़े शहरों की ओर जाने वाली प्रमुख गाड़ियों का ठहराव न होना भी यात्रियों के लिए चिंता का विषय है। स्थानीय लोगों की मांग है कि सभी बड़ी गाड़ियों का ठहराव श्रीमाधोपुर में सुनिश्चित किया जाए।

Contact Number of Railway Station Shri Madhopur  - 01575-250012


👉 श्रीमाधोपुर रेलवे स्टेशन न सिर्फ़ कस्बे की धड़कन है, बल्कि यह राजस्थान की रेल धरोहर और विकास यात्रा का भी अहम हिस्सा है।

श्रीमाधोपुर रेलवे स्टेशन की मैप लोकेशन - Map location of Shrimadhopur Railway Station



श्रीमाधोपुर रेलवे स्टेशन का वीडियो - Video of Shrimadhopur Railway Station



डिस्क्लेमर (Disclaimer)

इस लेख में शैक्षिक उद्देश्य के लिए दी गई जानकारी विभिन्न ऑनलाइन एवं ऑफलाइन स्रोतों से ली गई है जिनकी सटीकता एवं विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। आलेख की जानकारी को पाठक महज सूचना के तहत ही लें क्योंकि इसे आपको केवल जागरूक करने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।
रमेश शर्मा

नमस्ते! मेरा नाम रमेश शर्मा है। मैं एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट हूँ और मेरी शैक्षिक योग्यता में M Pharm (Pharmaceutics), MSc (Computer Science), MA (History), PGDCA और CHMS शामिल हैं। मुझे भारत की ऐतिहासिक धरोहरों और धार्मिक स्थलों को करीब से देखना, उनके पीछे छिपी कहानियों को जानना और प्रकृति की गोद में समय बिताना बेहद पसंद है। चाहे वह किला हो, महल, मंदिर, बावड़ी, छतरी, नदी, झरना, पहाड़ या झील – हर जगह मेरे लिए इतिहास और आस्था का अनमोल संगम है। इतिहास का विद्यार्थी होने की वजह से प्राचीन धरोहरों, स्थानीय संस्कृति और इतिहास के रहस्यों में मेरी गहरी रुचि है। मुझे खास आनंद तब आता है जब मैं कलियुग के देवता बाबा खाटू श्याम और उनकी पावन नगरी खाटू धाम से जुड़ी ज्ञानवर्धक और उपयोगी जानकारियाँ लोगों तक पहुँचा पाता हूँ। एक फार्मासिस्ट होने के नाते मुझे रोग, दवाइयाँ, जीवनशैली और हेल्थकेयर से संबंधित विषयों की भी अच्छी जानकारी है। अपनी शिक्षा और रुचियों से अर्जित ज्ञान को मैं ब्लॉग आर्टिकल्स और वीडियो के माध्यम से आप सभी तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 📩 किसी भी जानकारी या संपर्क के लिए आप मुझे यहाँ लिख सकते हैं: ramesh3460@gmail.com

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