श्याम मेरे संग-संग चले भजन - Shyam Mere Sang Sang Chale Bhajan

Mere Shyam Baba Bhajan, इसमें श्याम मेरे संग-संग चले नामक भजन के माध्यम से खाटू श्याम बाबा की स्तुति के लिए एक भक्ति गीत के बारे में जानकारी दी गई है ।

Shyam Mere Sang Sang Chale Bhajan

श्याम मेरे संग-संग चले भजन के बोल - Lyrics of Shyam Mere Sang Sang Chale Bhajan


जब राह में अँधेरा हो, श्याम रौशनी बन जाते,
हारे मन को छूकर बाबा, नए हौसले दे जाते।
बस नाम जपो खाटू वाले का, मन में भरोसा जगे,
कदम-कदम पर श्याम हमारे, संग-संग साथ चले…
श्याम मेरे संग-संग चले… श्याम मेरे संग-संग चले…

थके कदम जब डगमगाते, सपने भी टूटने लगते,
श्याम नाम का आसरा लेकर, पथ में फूल खिलने लगते।
भक्ति की इस ज्योत में छुपा है, शक्ति का सागर गहरा,
श्याम पुकारो सच्चे दिल से, मिट जाएगा हर अँधेरा।

आओ मिलकर गाओ सब, श्याम का ये प्यारा नाम,
जिसके चरणों में खो जाए, दुख-तकलीफ, डर तमाम।
माथे पर हाथ रखे जब, बाबा मुस्कुराते हैं,
आख़िरी उम्मीद भी तब, नई दुनिया दिखलाते हैं।


गिरता है जो राह में अक्सर, बाबा उसे संभालें,
डूबते दिल के दरिया में, उम्मीद के दीप जलाएँ।
रातें कितनी भी लम्बी हों, सपने नए दिखाते हैं,
थकी हुई पलकों में फिर से, सपनों को लौटाते हैं।

दरबार में खाटू वाले के, हर गम फीका पड़ जाता,
जो मन खाली होकर जाता, आशा से भर आता।
श्याम तेरी महिमा में शब्द भी कम पड़ जाते,
भक्तों के आँसू देखकर, बाबा गले लगा लेते।

जब राह में अँधेरा हो, श्याम रौशनी बन जाते,
हारे मन को छूकर बाबा, नए हौसले दे जाते।
बस नाम जपो खाटू वाले का, मन में भरोसा जगे,
कदम-कदम पर श्याम हमारे, संग-संग साथ चले…
श्याम मेरे संग-संग चले… श्याम मेरे संग-संग चले…

श्याम मेरे संग-संग चले भजन का वीडियो - Video of Shyam Mere Sang Sang Chale Bhajan



अस्वीकरण (Disclaimer):

इस भजन की समस्त रचनात्मक सामग्री रमेश शर्मा की मौलिक रचना है। भजन में व्यक्त विचार, भावनाएँ और दृष्टिकोण लेखक के स्वयं के हैं। इस रचना की किसी भी प्रकार की नकल, पुनर्प्रकाशन या व्यावसायिक उपयोग लेखक की लिखित अनुमति के बिना वर्जित है।
Ramesh Sharma

नमस्ते! मेरा नाम रमेश शर्मा है। मैं एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट हूँ और मेरी शैक्षिक योग्यता में M Pharm (Pharmaceutics), MSc (Computer Science), MA (History), PGDCA और CHMS शामिल हैं। मुझे भारत की ऐतिहासिक धरोहरों और धार्मिक स्थलों को करीब से देखना, उनके पीछे छिपी कहानियों को जानना और प्रकृति की गोद में समय बिताना बेहद पसंद है। चाहे वह किला हो, महल, मंदिर, बावड़ी, छतरी, नदी, झरना, पहाड़ या झील, हर जगह मेरे लिए इतिहास और आस्था का अनमोल संगम है। इतिहास का विद्यार्थी होने की वजह से प्राचीन धरोहरों, स्थानीय संस्कृति और इतिहास के रहस्यों में मेरी गहरी रुचि है। मुझे खास आनंद तब आता है जब मैं कलियुग के देवता बाबा खाटू श्याम और उनकी पावन नगरी खाटू धाम से जुड़ी ज्ञानवर्धक और उपयोगी जानकारियाँ लोगों तक पहुँचा पाता हूँ। इसके साथ मुझे अलग-अलग एरिया के लोगों से मिलकर उनके जीवन, रहन-सहन, खान-पान, कला और संस्कृति आदि के बारे में जानना भी अच्छा लगता है। साथ ही मैं कई विषयों के ऊपर कविताएँ भी लिखने का शौकीन हूँ। एक फार्मासिस्ट होने के नाते मुझे रोग, दवाइयाँ, जीवनशैली और हेल्थकेयर से संबंधित विषयों की भी अच्छी जानकारी है। अपनी शिक्षा और रुचियों से अर्जित ज्ञान को मैं ब्लॉग आर्टिकल्स और वीडियो के माध्यम से आप सभी तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 📩 किसी भी जानकारी या संपर्क के लिए आप मुझे यहाँ लिख

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने