केसरियाजी ऋषभदेव की प्रतिमा की विशेषता - Kesariyaji Rishabhdev Idol Features, इसमें केसरियाजी ऋषभदेव की प्रसिद्ध काले पत्थर की प्रतिमा की जानकारी है।
उदयपुर के पास धुलेव नगर में मौजूद केसरियाजी मंदिर के गर्भगृह में भगवान ऋषभदेव की काले पत्थर की भव्य प्रतिमा स्थापित है।
पद्मासन में विराजित इस प्रतिमा की ऊँचाई साढ़े तीन फीट बताई जाती है। गर्भगृह के अंदर और बाहर की दीवारों पर कई कलात्मक मूर्तियाँ बनी हुई हैं।
भगवान ऋषभदेव की इस प्रतिमा को हजारों साल पुराना बताया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि ये प्रतिमा किसी समय रावण के पास थी जो अयोध्या होते हुए धुलेव नगर पहुँची।
यहाँ पर भगवान ऋषभदेव की यह प्रतिमा एक आदिवासी व्यक्ति धुला भील को वर्तमान मंदिर से 300 मीटर दूर एक महुवे के पेड़ के नीचे मिली थी।
अब इस जगह पर भगवान ऋषभदेव के चरण चिन्ह बने हैं और इसे पगल्याजी के नाम से जाना जाता है। केसरियाजी का मंदिर 1500 साल से भी ज्यादा पुराना माना जाता है।
शुरुआत में यह मंदिर कच्ची ईंटों से बना था जिसे बाद में डूंगरपुर के पारेवा पत्थर से दोबारा बनाया गया।
लेखक (Writer)
रमेश शर्मा {एम फार्म, एमएससी (कंप्यूटर साइंस), पीजीडीसीए, एमए (इतिहास), सीएचएमएस}
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