उदयपुर का अमरनाथ है गुप्तेश्वर महादेव की गुफा - Gupteshwar Mahadev Gufa Mandir Udaipur

उदयपुर का अमरनाथ है गुप्तेश्वर महादेव की गुफा - Gupteshwar Mahadev Gufa Mandir Udaipur, इसमें उदयपुर में मौजूद गुप्तेश्वर महादेव गुफा की जानकारी दी है।

Gupteshwar Mahadev Gufa Mandir Udaipur

आज हम आपको उदयपुर में पहाड़ के ऊपर एक प्राचीन गुफा मंदिर की यात्रा करवाने वाले हैं जिसमें हजारों सालों से भगवान शिव अपने स्वयंभू शिवलिंग के रूप में विराजमान थे।

प्राकृतिक रूप से शिवलिंग बनने की वजह से इस जगह को उदयपुर का अमरनाथ कहा जाता है।

कई दशकों पहले प्राकृतिक शिवलिंग के खंडित हो जाने के कारण अब यहाँ पर शिवलिंग की जगह महादेव के पंचमुखी विग्रह की पूजा अर्चना होती है। इस विग्रह को पंचमुखी गंगाधर विग्रह कहा जाता है।

महादेव के इस विग्रह की सपरिवार प्रतिष्ठा बृज बिहारी महाराज ने 11 मई 1962 वैशाख सुदी छठ के दिन करवाई थी। उस समय से इस जगह को गुप्तेश्वर महादेव गुफा के नाम से जाना जाता है।

प्राकृतिक रूप से बनी हुई इस प्राचीन गुफा में कई संतों ने तपस्या की है। बताया जाता है कि यहाँ के एक संत रोड़ीदास जी के आशीर्वाद से शिवरती ठिकाने के राजकुमार फतेह सिंह मेवाड़ के महाराणा बने थे।

भारत की आजादी के बाद संत बृज बिहारी जी ने यहाँ आकर इस जगह का विकास करके गुफा में पंचमुखी महादेव के विग्रह की सपरिवार प्रतिष्ठा करवाई और इस जगह को गुप्तेश्वर महादेव नाम दिया।

इस गुफा की एक खास बात यह है कि यहाँ पर आकर भोलेनाथ के दर्शन करने से किसी भी तनाव ग्रस्त व्यक्ति का सारा तनाव दूर हो जाता है।



लेखक (Writer)

रमेश शर्मा {एम फार्म, एमएससी (कंप्यूटर साइंस), पीजीडीसीए, एमए (इतिहास), सीएचएमएस}

डिस्क्लेमर (Disclaimer)

इस लेख में शैक्षिक उद्देश्य के लिए दी गई जानकारी विभिन्न ऑनलाइन एवं ऑफलाइन स्रोतों से ली गई है जिनकी सटीकता एवं विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। आलेख की जानकारी को पाठक महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।
रमेश शर्मा

मेरा नाम रमेश शर्मा है। मैं एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट हूँ। मेरी क्वालिफिकेशन M Pharm (Pharmaceutics), MSc (Computer Science), MA (History), PGDCA और CHMS है। मुझे पुरानी ऐतिहासिक धरोहरों को करीब से देखना, इनके इतिहास के बारे में जानना और प्रकृति के करीब रहना बहुत पसंद है। जब भी मुझे मौका मिलता है, मैं इनसे मिलने के लिए घर से निकल जाता हूँ। जिन धरोहरों को देखना मुझे पसंद है उनमें प्राचीन किले, महल, बावड़ियाँ, मंदिर, छतरियाँ, पहाड़, झील, नदियाँ आदि प्रमुख हैं। जिन धरोहरों को मैं देखता हूँ, उन्हें ब्लॉग और वीडियो के माध्यम से आप तक भी पहुँचाता हूँ ताकि आप भी मेरे अनुभव से थोड़ा बहुत लाभ उठा सकें। जैसा कि मैंने आपको बताया कि मैं एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट भी हूँ इसलिए मैं लोगों को वीडियो और ब्लॉग के माध्यम से स्वास्थ्य संबंधी उपयोगी जानकारियाँ भी देता रहता हूँ। आप ShriMadhopur.com ब्लॉग से जुड़कर ट्रैवल और हेल्थ से संबंधित मेरे लेख पढ़ सकते हैं।

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