अंधेत के झरने में पूरे साल बहता है पानी - Andhet Waterfall Gogunda

अंधेत के झरने में पूरे साल बहता है पानी - Andhet Waterfall Gogunda, इसमें उदयपुर के पास गोगुंदा की पहाड़ियों में मौजूद अंधेत के झरने की जानकारी है।

Andhet Waterfall Gogunda

Image Credit - Meta AI

उदयपुर के गोगुंदा के पास अंधेत या आंदेत की पहाड़ियों में एक शानदार झरना है जिसे अंधेत का झरना कहा जाता है। ये जगह वाकल नदी का उद्गम स्थल भी है।

यहाँ तक बहुत कम लोग जाते हैं क्योंकि यह जगह जंगली जानवरों के बीच घने जंगल में है जिस तक जाना काफी मुश्किल है। यहाँ पर अकेले ना जाकर ग्रुप में ही जाएँ।

गोगुंदा के पास कई दुर्गम पहाड़ों को पार करने के बाद यह झरना आता है। घने जंगल में लगभग 60 फीट नीचे उतरने के बाद 80 फीट गहरी गुफा है जिसमें पूरे साल पानी बहता रहता है।


यह जगह बड़ी अद्भुत है जहाँ पर झरने का बहता हुआ पानी ऐसे लगता है जैसा अमरनाथ गुफा में भोलेनाथ विराजमान हैं। गुफा पूरी तरफ प्राकृतिक है जिसमें चमगादड़ लटके रहते हैं।

आपको बता दें कि अंधेत की पहाड़ियों से ही वाकल नदी निकलती है जो कुछ दूर बहने के बाद पदराड़ा से आने वाली साबरमती नदी में मिल जाती है। इसके बाद यह मिली हुई नदी राजस्थान में वाकल और गुजरात में साबरमती नदी कहलाती है।

अंधेत के झरने तक जाने के लिए दो रास्ते हैं जिनमें एक रास्ता गोगुंदा के पास दादिया गाँव के पास से होकर और दूसरा सूरन या मोटीवाड़ा होकर है। दोनों ही तरफ से जाने पर आपको ढाई तीन किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है।

अंधेत के झरने की मैप लोकेशन - Map location of Andhet Waterfall Gogunda



अंधेत के झरने का वीडियो - Video of Jamwai Mata



डिस्क्लेमर (Disclaimer)

इस लेख में शैक्षिक उद्देश्य के लिए दी गई जानकारी विभिन्न ऑनलाइन एवं ऑफलाइन स्रोतों से ली गई है जिनकी सटीकता एवं विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। आलेख की जानकारी को पाठक महज सूचना के तहत ही लें क्योंकि इसे आपको केवल जागरूक करने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।
रमेश शर्मा

नमस्ते! मेरा नाम रमेश शर्मा है। मैं एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट हूँ और मेरी शैक्षिक योग्यता में M Pharm (Pharmaceutics), MSc (Computer Science), MA (History), PGDCA और CHMS शामिल हैं। मुझे भारत की ऐतिहासिक धरोहरों और धार्मिक स्थलों को करीब से देखना, उनके पीछे छिपी कहानियों को जानना और प्रकृति की गोद में समय बिताना बेहद पसंद है। चाहे वह किला हो, महल, मंदिर, बावड़ी, छतरी, नदी, झरना, पहाड़ या झील – हर जगह मेरे लिए इतिहास और आस्था का अनमोल संगम है। इतिहास का विद्यार्थी होने की वजह से प्राचीन धरोहरों, स्थानीय संस्कृति और इतिहास के रहस्यों में मेरी गहरी रुचि है। मुझे खास आनंद तब आता है जब मैं कलियुग के देवता बाबा खाटू श्याम और उनकी पावन नगरी खाटू धाम से जुड़ी ज्ञानवर्धक और उपयोगी जानकारियाँ लोगों तक पहुँचा पाता हूँ। एक फार्मासिस्ट होने के नाते मुझे रोग, दवाइयाँ, जीवनशैली और हेल्थकेयर से संबंधित विषयों की भी अच्छी जानकारी है। अपनी शिक्षा और रुचियों से अर्जित ज्ञान को मैं ब्लॉग आर्टिकल्स और वीडियो के माध्यम से आप सभी तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 📩 किसी भी जानकारी या संपर्क के लिए आप मुझे यहाँ लिख सकते हैं: ramesh3460@gmail.com

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