वीर हनुमान जी सामोद - Samod Balaji

वीर हनुमान जी सामोद - Samod Balaji, इसमें जयपुर में चौमूं सामोद के वीर हनुमान मंदिर यानि सामोद बालाजी के मंदिर के बारे में जानकारी दी गई है।

Samod Balaji

राजस्थान की राजधानी जयपुर से लगभग 50 किलोमीटर दूर, अरावली पर्वतमाला की शांत पहाड़ियों में बसा सामोद वीर हनुमान मंदिर, जिसे सामोद बालाजी मंदिर भी कहते हैं, अपनी धार्मिक और आध्यात्मिक महत्ता के लिए प्रसिद्ध है। यह भगवान हनुमान के प्रति श्रद्धा और मनोकामना पूर्ति का प्रतीक है।

**इतिहास**

लगभग 600-700 वर्ष पुराना यह मंदिर चमत्कारिक इतिहास रखता है। लोककथाओं के अनुसार, संत नागनदास जी को हिमालय यात्रा से लौटते समय सामोद पर्वत पर तपस्या के दौरान हनुमान जी की आकाशवाणी सुनाई दी।

उन्होंने एक चट्टान पर हनुमान जी के दर्शन किए और उसे 6 फीट ऊँची मूर्ति का रूप दिया, जो आज मंदिर में स्थापित है।

शुरू में यह क्षेत्र दुर्गम था, लेकिन हनुमान जी की महिमा फैलने से भक्तों का आना शुरू हुआ। एक घटना के बाद यहाँ हनुमान जी की पीठ पूजा की परंपरा प्रचलित हुई।


**धार्मिक महत्व**

मंदिर में स्थापित स्वयंभू हनुमान मूर्ति के दर्शन से भक्तों की मनोकामनाएँ पूरी होती हैं। यह रोग, भय और मानसिक समस्याओं से मुक्ति के लिए प्रसिद्ध है।

मंगलवार और शनिवार को विशेष पूजा व भंडारा होता है। भक्त नारियल, लाल चोला, तेल और सिंदूर चढ़ाते हैं। मंदिर परिसर में राम, शिव और शनि मंदिर भी हैं।

मान्यता है कि यहाँ से लिया लड्डू कुओं में पानी की समस्या हल करता है। किसान पहली फसल और पशुपालक पहला दही हनुमान जी को अर्पित करते हैं।

**स्थापत्य और विशेषताएँ**
अरावली की चोटी पर स्थित मंदिर तक 1100 सीढ़ियाँ चढ़कर पहुँचा जाता है। सीढ़ियों की सटीक गिनती अब तक अज्ञात है। वैकल्पिक रास्ता और रोप-वे (वर्तमान में बंद) उपलब्ध था।

मंदिर का प्राकृतिक सौंदर्य, घना जंगल और झरना इसे आकर्षक बनाते हैं। सादगीपूर्ण वास्तुकला आध्यात्मिक शांति देती है। भक्तों के लिए भोजन-प्रसाद की व्यवस्था है।

**कैसे पहुँचें**

**हवाई मार्ग**: जयपुर हवाई अड्डा (54.3 किमी) से टैक्सी/बस उपलब्ध।
**रेल मार्ग**: चोमू रेलवे स्टेशन (5-7 किमी) से टैक्सी/बस।
**सड़क मार्ग**: जयपुर से बस/टैक्सी द्वारा 45 मिनट में मंदिर पहुँच सकते हैं। पार्किंग सुविधा उपलब्ध।

**मेले और उत्सव**

हनुमान जयंती और राम नवमी पर भव्य मेला लगता है। मंदिर को लाइटिंग और फूलों से सजाया जाता है। सुंदरकांड पाठ, हनुमान चालीसा, भजन संध्या और रात्रि जागरण आयोजित होते हैं।

**निष्कर्ष**

सामोद बालाजी मंदिर धार्मिक, आध्यात्मिक और प्राकृतिक सौंदर्य का संगम है। यह भक्ति, शांति और चमत्कार का केंद्र है, जो हर भक्त के लिए अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करता है।

वीर हनुमान जी सामोद की मैप लोकेशन - Map location of Samod Balaji



वीर हनुमान जी सामोद का वीडियो - Video of Samod Balaji



डिस्क्लेमर (Disclaimer)

इस लेख में शैक्षिक उद्देश्य के लिए दी गई जानकारी विभिन्न ऑनलाइन एवं ऑफलाइन स्रोतों से ली गई है जिनकी सटीकता एवं विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। आलेख की जानकारी को पाठक महज सूचना के तहत ही लें क्योंकि इसे आपको केवल जागरूक करने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।
रमेश शर्मा

मेरा नाम रमेश शर्मा है। मैं एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट हूँ। मेरी क्वालिफिकेशन M Pharm (Pharmaceutics), MSc (Computer Science), MA (History), PGDCA और CHMS है। मुझे ऐतिहासिक धरोहरों को करीब से देखना, इनके इतिहास के बारे में जानना और प्रकृति के करीब रहना बहुत पसंद है। मैं अक्सर किसी किले, महल, मंदिर, बावड़ी, छतरी, नदी, झरने, पहाड़, झील आदि के करीब चला जाता हूँ। मुझे हिन्दी फिल्में देखना और गाने सुनना भी पसंद है। इसके अलावा, एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट होने के नाते मुझे डिजीज, मेडिसिन्स, लाइफस्टाइल और हेल्थकेयर आदि के बारे में भी जानकारी है। अपनी शिक्षा और शौक की वजह से जो कुछ भी मैं जानता हूँ, मैं उसकी जानकारी ब्लॉग आर्टिकल और वीडियो के माध्यम से सभी को देता रहता हूँ। आप ShriMadhopur.com ब्लॉग से जुड़कर मेरे आर्टिकल पढ़ सकते हैं, साथ ही सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर @ShriMadhopurWeb पर फॉलो भी कर सकते हैं।

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