नहीं सोचा था कविता - Nahi Socha Tha Poem

Nahi Socha Tha Poem, इसमें नहीं सोचा था नामक शीर्षक से एक कविता है जिसमें एक भावुक इंसान के रिश्तों और जीवन की कशमकश के बीच के तनाव को बताया गया है।

Nahi Socha Tha Poem

नहीं सोचा था कविता के बोल - Lyrics of Nahi Socha Tha Poem


नहीं सोचा था,
कि जिंदगी में ऐसा दौर भी आएगा
जब जीवन अंधेरे में डूब जायेगा
कहीं भी उजाला नजर नहीं आयेगा
मन हद से ज्यादा आशंकित हो जायेगा
गुजरता, बीतता, एक-एक पल डराएगा

नहीं सोचा था,
कि जिंदगी में ऐसा दौर भी आएगा
जब कुछ भी समझ में नहीं आयेगा
मन हमेशा किसी सोच में डूबा रहेगा
मेहनत बेअसर, भाग्य रूठ जायेगा
सोना भी छुआ तो मिट्टी बन जायेगा

नहीं सोचा था,
कि जिंदगी में ऐसा दौर भी आएगा
जब घर और परिवार छूट जायेगा
जैसे अकेला आया था, वैसे अकेला रह जायेगा
उम्मीद और भरोसा, टूट के बिखर जायेगा
दिल किसी पर भी यकीन नहीं कर पायेगा


नहीं सोचा था,
कि जिंदगी में ऐसा दौर भी आएगा
जब जीवन के इस मोड़ पे भटकता रह जायेगा
जीने की चाहत से दूर होता जायेगा
तू अब तक समझ नहीं आया, आगे भी नहीं आयेगा
शायद यही तेरी किस्मत, तू यूँ ही गुजर जायेगा
नहीं सोचा था,
कि जिंदगी में ऐसा दौर भी आएगा
नहीं सोचा था,
कि जिंदगी में ऐसा दौर भी आएगा

नहीं सोचा था कविता का वीडियो - Video of Nahi Socha Tha Poem



अस्वीकरण (Disclaimer):

इस कविता की समस्त रचनात्मक सामग्री रमेश शर्मा की मौलिक रचना है। कविता में व्यक्त विचार, भावनाएँ और दृष्टिकोण लेखक के स्वयं के हैं। इस रचना की किसी भी प्रकार की नकल, पुनर्प्रकाशन या व्यावसायिक उपयोग लेखक की लिखित अनुमति के बिना वर्जित है।
Ramesh Sharma

नमस्ते! मेरा नाम रमेश शर्मा है। मैं एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट हूँ और मेरी शैक्षिक योग्यता में M Pharm (Pharmaceutics), MSc (Computer Science), MA (History), PGDCA और CHMS शामिल हैं। मुझे भारत की ऐतिहासिक धरोहरों और धार्मिक स्थलों को करीब से देखना, उनके पीछे छिपी कहानियों को जानना और प्रकृति की गोद में समय बिताना बेहद पसंद है। चाहे वह किला हो, महल, मंदिर, बावड़ी, छतरी, नदी, झरना, पहाड़ या झील, हर जगह मेरे लिए इतिहास और आस्था का अनमोल संगम है। इतिहास का विद्यार्थी होने की वजह से प्राचीन धरोहरों, स्थानीय संस्कृति और इतिहास के रहस्यों में मेरी गहरी रुचि है। मुझे खास आनंद तब आता है जब मैं कलियुग के देवता बाबा खाटू श्याम और उनकी पावन नगरी खाटू धाम से जुड़ी ज्ञानवर्धक और उपयोगी जानकारियाँ लोगों तक पहुँचा पाता हूँ। इसके साथ मुझे अलग-अलग एरिया के लोगों से मिलकर उनके जीवन, रहन-सहन, खान-पान, कला और संस्कृति आदि के बारे में जानना भी अच्छा लगता है। साथ ही मैं कई विषयों के ऊपर कविताएँ भी लिखने का शौकीन हूँ। एक फार्मासिस्ट होने के नाते मुझे रोग, दवाइयाँ, जीवनशैली और हेल्थकेयर से संबंधित विषयों की भी अच्छी जानकारी है। अपनी शिक्षा और रुचियों से अर्जित ज्ञान को मैं ब्लॉग आर्टिकल्स और वीडियो के माध्यम से आप सभी तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 📩 किसी भी जानकारी या संपर्क के लिए आप मुझे यहाँ लिख

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