जावर माता के पास महादेव का चमत्कारी मंदिर - Baidhnath Mahadev Mandir Jawar, इसमें उदयपुर के पास जावर कस्बे में बैधनाथ महादेव मंदिर की जानकारी दी गई है।
जावर में टीडी नदी के किनारे पर महादेव का एक प्राचीन मंदिर है जिसे बैधनाथ महादेव या सोमेश्वर महादेव के नाम से जाना जाता है।
इस मंदिर के सामने जावर ऐनिकट है जिसके ऊपर एक पैदल पुल बना हुआ है। बारिश के मौसम में जब यह नदी बहती है तब इस पुल के जरिए मंदिर तक जाया जाता है।
महादेव के मुख्य मंदिर को 12 वीं शताब्दी के आसपास का बना हुआ माना जाता है जिसमें गर्भगृह, सभामंडप और अर्धमंडप मौजूद है।
अर्धमंडप के नीचे मौजूद दरवाजे से मदिर में प्रवेश करने के बाद 16 खंभों पर टिका हुआ सभामंडप है जिसमें नंदी विराजमान है। नंदी के सामने ही गर्भगृह है।
मंदिर के गर्भगृह के बाहर के दोनों स्तंभों पर शिलालेख उत्कीर्ण है जिनमें से एक महाराणा उदय सिंह के समय का बताया जाता है।
गर्भगृह की सतह थोड़ी नीची है जिसके अंदर प्राचीन शिवलिंग विराजमान है। इस शिवलिंग के बारे में कहा जाता है कि यह स्वयंभू है और गर्भगृह के नीचे की चट्टान का ही एक हिस्सा है।
इस शिवलिंग की पूजा अर्चना मंदिर के निर्माण के पहले से ही हो रही है। दरअसल यह शिवलिंग इस जगह पर मंदिर के बनने से पहले से ही मौजूद था।
बैधनाथ महादेव मंदिर परिसर में मुख्य मंदिर के सामने दो छोटे मंदिर बने हुए हैं। ये मंदिर भगवान गणेश और कार्तिकेय के हैं जिनमें इनकी काले पत्थर से बनी मूर्ति विराजमान है।
लेखक (Writer)
रमेश शर्मा {एम फार्म, एमएससी (कंप्यूटर साइंस), पीजीडीसीए, एमए (इतिहास), सीएचएमएस}
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